
अहमदाबाद में भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, टेकऑफ के सिर्फ 51 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे — 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य। इस हादसे ने सिर्फ आसमान में ही नहीं, ज़मीन पर भी तबाही ला दी।
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उठा विमान, धुएं की लकीर बन गया
दोपहर 1:17 बजे उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान से धुआं उठता दिखाई दिया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, ड्रीमलाइनर मेघानीनगर के एक रिहायशी इलाके में जोरदार धमाके के साथ गिर गया।
“विस्फोट इतना तेज़ था कि आसमान में धुआं ही धुआं छा गया। लोग समझ ही नहीं पाए कि हुआ क्या,” – एक स्थानीय चश्मदीद।
ब्लास्ट या टेक्निकल फेलियर? हादसे के पीछे कई शक
शुरुआती जांच में धमाका या विस्फोटक उपकरण नहीं मिला, लेकिन विमान के भीतर आग लगने के संकेत ज़रूर मिले हैं। ब्लैक बॉक्स (FDR और CVR) बरामद कर लिया गया है, मगर शुरुआती डाटा से कोई स्पष्ट तकनीकी खराबी साबित नहीं हो पाई है।
“अगर ये सिर्फ टेक्निकल फेलियर था, तो ड्रीमलाइनर जैसी हाईटेक मशीन इतनी जल्दी कैसे फेल हो गई?” – विमानन विशेषज्ञ
साजिश की बू? एक संदिग्ध हिरासत में
एयरपोर्ट के पास से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार उड़ान से पहले संदिग्ध कॉल्स भी ट्रैक किए गए थे। हालांकि अब तक कोई निर्णायक कड़ी नहीं मिल सकी है। सवाल उठ रहे हैं —
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क्या यह हादसा सिर्फ दुर्घटना थी या पूर्व नियोजित हमला?
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क्या देश की एविएशन सुरक्षा में कोई भीतरघात हुआ है?
DGCA और बोइंग की संयुक्त जांच शुरू
DGCA की स्पेशल टीम दिल्ली से अहमदाबाद भेजी गई है। वहीं बोइंग कंपनी की तकनीकी टीम भी हादसे की जांच में सहयोग कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे को “राष्ट्रीय त्रासदी” करार देते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
हादसे में पूर्व CM विजय रूपाणी भी थे सवार!
जानकारी के अनुसार विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। उनके परिवार की पुष्टि के अनुसार अब तक उनका कोई अता-पता नहीं है।
रेस्क्यू ऑपरेशन बना चुनौती
अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर ने बताया कि,
“जैसे हालात हैं उसमें किसी भी यात्री का बच पाना लगभग असंभव है। मलबा और आग बेहद खतरनाक स्थिति में है।”
फायर डिपार्टमेंट ने 7 फायर टेंडर मौके पर भेजे और बचाव कार्य जारी है।
सवाल, जो अब हर भारतीय पूछ रहा है…
क्या हाईटेक बोइंग ड्रीमलाइनर इतना असुरक्षित है?
क्या भारत की एविएशन सुरक्षा में कहीं बड़ी चूक हुई है?
सिर्फ टेक्निकल फेलियर या फिर कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश?
और सबसे अहम — क्या अब भी आसमान में उड़ना सुरक्षित है?
उड़ान नहीं, विश्वास टूटा है
AI171 हादसे ने न सिर्फ 242 लोगों की जिंदगी ली, बल्कि एविएशन सिस्टम, टेक्नोलॉजी और पायलट ट्रेनिंग पर भी सवाल खड़े कर दिए।
ड्रीमलाइनर, जो उड़ान का प्रतीक था, अब डर का पर्याय बन गया है।
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